सोचो, ऐसा क्यों?
नीचे लिखे वाक्य पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दो-
“मैंने कहा था कि रिहर्सल में भी यह मानकर चलो कि दर्शक सामने ही बैठे हैं।”
राकेश ने ऐसा क्यों कहा होगा?
राकेश ने यह बात अपने कलाकारों को समझाने के लिए कही थी जिससे मंच पर चुप और ड़रे कलाकारों का मनोबल बढ़े और नाटक को संभाल लिया जाए। उसने इस बात को इतना तरीके के साथ कहा जिससे उन्हें यह बात समझ आ जाए और दर्शकों को मालूम भी न हो। उन्हें लगे कि जैसे यह नाटक का ही हिस्सा हो।